Kesi Mohbbat Chahti Ho...!!!

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लड़का बोलता है अपनी प्रेमिका से

तुम केसी मोहब्बत चाहती हो
मै केसी मोहब्बत करता हु
दिन चढे या श्याम ढले
बस तन्हाई से डरता हु

खोल क दरवाजे खिड़किया
इंतज़ार तुम्हारा करता हु
तुम रूठे हो सावन की तरह
मै बादल बनना चाहता हु

तुम केसी मोहब्बत चाहती हो
मैं केसी मोहब्बत करता हु

मै रखदु सारी दुनिया कदमो मे तुम्हारे
मै बेनाम मोहब्बत नही चाहता
साथ तुम्हारा चाहता हु
तुम्हारे कदमो के निशानों पर
दुनिया नई बसाना चाहता हु
पर वही बात है
तुम केसी मोहब्बत चाहती हो
मै केसी मोहब्बत करता हु

Ladka bolta hai...

इकरार कर तो चूका हु मे
तुम बिन जिन मुश्किल है-2
यु तनहा रातो मै चलना
यु तन्हा जीना मुश्किल है
मै तेरा हाथ थाम कर
बदनाम होना चाहता हु
तुम केसी मोहब्बत चाहती हो
मै केसी मोहब्बत करता हु

काम तो अब होता नही
नकारा कर डाला तुमने
तनहा बेठा रहता हु
अनजान कर डाला तुमने
मुझको अपनी मोहब्बत का
मेहमान कर डाला तुमने
बस इतना बता दो एक बार
तुम केसी वफ़ा चाहती हो
मैं केसी वफ़ा करता हु

तुम केसी मोहब्बत चाहती हो
मे केसी मोहब्बत करता हु

लड़की बोलती है

मेरी जिंदगी मै तुम तो नही
ऐ मेरे रक़ीब
मैं बाबुल की देहलीज़ की
बुलबुल बनना चाहती हु

तानो का दरवाजा कहि मेरी गली मै ना खुल जाये
मे इसलिए दूर रहती हु
में इसलिए फासला चाहती हु

मे ऐसी मोहब्बत चाहती हु
मे ऐसी मोहब्बत करती हु

अरे नादान दिल के राहि
अनजान मोहब्बत नही होती
नज़रे फ़ेर लेने से मोहब्बत रुस्वा नही होती
मेरी श्यामो का वक़्त
अक्सर तेरी याद मे गुज़रता है
सूरज के डूब जाने से
रौशनी खत्म नही होती
बस अब तुम इतना ही समझ लो जाना
मै ऐसी ही मोहब्बत चाहती हु
मै ऐसी ही मोहब्बत करती हु

आसान है कहना में तुम बिन खुश रहती हु
मुस्कुराना तो है मज़बूरी
मैं आंशुओं मैं बहती हु

मै महफ़िल मै अक्सर
सम्मा बनकर तनहा जलती हु
परवाना तुम क्यू बनते हो
क्यों तुम् मेरे साथ जलते हो
बस मै भूल कर खुदको
खुदका रहना चाहती हु

जान लिया न तुमने मेरे रक़ीब
मैं केसी मोहब्बत चाहती हु
में केसी मोहब्बत करती हु

लड़का बोलता है

अच्छा हुआ कह डाला
मै जान गया प्यार तुम्हारा
तुम मान रखकर इज्जत की
नफरत का दरबार लगाना चाहती हो

तुम मतलब के रिश्ते बनाकर
अधूरे सारे सपने को
छोड़ कर मुझको तनहा
तमाशा बनाना चाहती हो

अब मै जान गया
तुम केसी मोहब्बत चाहती हो
मै केसी मोहब्बत करता हु

जाओ नही रोकूँगा नई
जिंदगी तुम्हे मुब्बारक हो
आने वाले सब मौसम
सब खुशिया तुमको मुब्बारक हो

बस इक बार कहदो चंद अलफ़ाज़
अपने इन् होटो से
ऐ अंकित तुमको रोज़ तड़पना
और तनहा होना मुब्बारक हो
अब जान गया मै ज़ालिम
की तुम केसी मोहब्बत चाहती हो
मैं केसी मोहब्बत करता हु
तुम केसी वफ़ा चाहती हो
मे केसी वफ़ा करता हु
हम केसी मोहब्बत चाहते थे
हम केसी वफ़ा करते है...।।

Anky

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